मैं जानता हूँ
मेरे जाने से ये वक़्त नहीं रुका,
हवाएँ नहीं रुकी, ये साँसें नहीं रुकी
तो फिर तुम्हारी ज़िन्दगी कैसे रुक गयी ?
जो वक़्त हम साथ बिताते,
वो न तुम्हारे वश में था , न मेरे
वो केवल एक कल्पना था
और कल्पना के लिए कैसा रोना ?
याद वो वक़्त रखो ,
जो वक़्त हमने साथ बिताएं
और जब तुम वो वक़्त याद करोगी,
तो सिर्फ मुस्कुराओगी
मैं जनता हूँ ,
भूला नहीं सकोगी मुझे
लेकिन याद कुछ यूँ रखना
कि तुम्हारे जीने के काम आ सकूँ ।
✍🏻💐
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